Cricket World Cup Winners : आईसीसी के सबसे बड़े टूर्नामेंट वनडे विश्वकप की शुरुआत होने वाली है। 5 अक्टूबर से क्रिकेट के महाकुंभ कहे जाने वाले इस टूर्नामेंट का मुकाबला शुरू हो जाएगा। इसका फाइनल 19 नवंबर को होगा। 12 साल बाद भारत वनडे विश्वकप की मेजबानी कर रहा है। आखिरी बार यह टूर्नामेंट 2011 में भारत में हुआ था जिसमें भारत चैंपियन बना था। इस बार फिर भारत की नजर ट्रॉफी जीतने पर होगी। भारतीय टीम पहली बार रोहित शर्मा की कप्तानी में विश्वकप खेलने उतरेगी। भारत की मेजबानी में इस बार विश्वकप खेला जाना है, जिसकी वजह से भारत को चैंपियन बनने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
वनडे विश्वकप का इतिहास | Cricket One Day World Cup Winner History
पहला विश्वकप 1975 में सात जून से 21 जुलाई तक इंग्लैंड की मेजबानी खेला गया था, जिसमें वेस्टइंडीज ने जीत हासिल की थी और 48 साल बाद विश्वकप से वेस्टइंडीज बाहर हो चुकी है।
वनडे विश्वकप का आयोजन हर चार साल बाद होता है। आखिरी बार 2019 में क्रिकेट विश्व कप हुआ था, जिसमें इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को हराकर खिताब जीता था।
1975 क्रिकेट विश्वकप में आठ टीमों ने भाग लिया था। इन 8 टीमों में ऑस्ट्रेलिया, भारत, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, वेस्टइंडीज, श्रीलंका और पूर्वी अफ्रीका की टीम शामिल थीं। 8 टीमों को दो ग्रुपों में रखा गया था, जिसमे हर ग्रुप में 4 टीमें थी। हर ग्रुप की टॉप 2 टीमों को सीधे सेमी फ़ाइनल में का टिकट दिया गया था। ग्रुप 1 में भारत, न्यूज़ीलैंड, इंग्लैंड, और ईस्ट अफ़्रीका की टीमें शामिल थीं। वहीं ग्रुप 2 में वेस्टइंडीज़, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका शामिल थे। भारत इस टूर्नामेंट में सिर्फ एक मैच जीत पाई थी जो ईस्ट अफ्रीका के खिलाफ जीत मिली थी। यह टूर्नामेंट 60 ओवरों का खेला गया था, जो सफेद कपड़ों और लाल गेंद से खेला गया था। उस समय सभी मैच दिन में आयोजित होते थे।
विश्वकप में सबसे तगड़ा शुरुआत वेस्टइंडीज ने किया था और लगातार 2 बार यह ट्रॉफी उठाई। 1975 और 1979 में वेस्टइंडीज लगातार 2 बार चैंपियन बना था।
1987 के बाद पहली बार विश्वकप इंग्लैंड से बाहर आयोजित किया गया था। इसकी मेजबानी भारत और पाकिस्तान ने संयुक्त रूप से किया था। इसमें पहली बार टीमें रंगीन कपड़ों में खेलने उतरी थी। 60 ओवर का मैच अब 50 ओवर का होने लगा था तब पहली बार ऑस्ट्रेलिया ने ट्रॉफी उठाई थी।
1983 में भारत पहली बार चैंपियन बना था
1983 में आयोजित विश्व कप कोई भी क्रिकेट फैन नहीं भूल सकता है। 2 बार लगातार वेस्टइंडीज ने इस टूर्नामेंट में जीत हासिल किया था और विश्व की सभी क्रिकेट टीमों में अपना खौफ पैदा कर दिया था। साल 1983 में कपिल देव की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने लगातार दो बार की विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार विश्वकप विजेता बनी थी। फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम के बलेबाजों और गेंदबाजों दोनों ने कमाल किया था। इसके 28 साल बाद यानी साल 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने खुद की मेजबानी में दूसरी बार विश्व कप जीता।
यह विश्वकप क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का आखिरी विश्वकप था। विश्वकप जीतने का सपना सचिन तेंदुलकर का सबसे बड़ा सपना था लेकिन अपने इतने लम्बे करियर में कभी ट्रॉफी नहीं उठा पाए थे। अगर 2011 का विश्वकप भारत नही जीत पाता तो सचिन तेंदुलकर का यह सपना अधूरा रह जाता। उनको क्रिकेट से विदाई देने का इससे अच्छा उपहार कुछ नही हो सकता था और पूरी भारतीय टीम फॉर्म में थी। हुआ भी ऐसा ही और 28 सालों बाद भारत फिर से विश्व चैंपियन बना और धोनी की कप्तानी में भारत दूसरी बार यह ट्रॉफी उठाई।
सबसे ज्यादा बार विश्व चैंपियन बनी ऑस्ट्रेलिया
विश्व कप की पहली जीत वेस्टइंडीज को मिली थी। एक बार नहीं बल्कि शुरुआती 2 ट्रॉफी वेस्टइंडीज ने उठाई थी तब दुनियां को यही लगता था कि सबसे ज्यादा विजेता वेस्टइंडीज ही बनेगी। 1979 में वेस्टइंडीज दोबारा खिताब जीता।
लेकिन वेस्टइंडीज की यह खुशी सिर्फ 2 सालों के लिए ही रही। इसके बाद सबसे बड़ी चैंपियन बनकर ऑस्ट्रेलिया आई और विश्वकप की ट्रॉफी सबसे ज्यादा बार उठाई।
ऑस्ट्रेलिया ने सबसे ज्यादा 5 बार विश्वकप का खिताब जीता है। बाकी टीमें इसके आस पास भी नहीं है। टीम 5 बार विजेता के साथ 2 बार उपविजेता भी रही है।
क्रिकेट के जन्मदाता कहे जाने वाले इंग्लैंड ने मात्र 1 बार विश्वकप खिताब जीता है। साल 2019 में इंग्लैंड ने अपनी ही मेजबानी में विश्वकप का खिताब जीता था।
सभी विश्वकप और उसके विजेता | Cricket World Cup Winners
S. No | Year | Country |
1 | 1975 | वेस्टइंडीज |
2 | 1979 | वेस्टइंडीज |
3 | 1983 | भारत |
4 | 1987 | ऑस्ट्रेलिया |
5 | 1992 | पाकिस्तान |
6 | 1996 | श्रीलंका |
7 | 1999 | ऑस्ट्रेलिया |
8 | 2003 | ऑस्ट्रेलिया |
9 | 2007 | ऑस्ट्रेलिया |
10 | 2011 | भारत |
11 | 2015 | ऑस्ट्रेलिया |
12 | 2019 | इंग्लैंड |
13 | 2023 | ? |
इन टीमों की दावेदारी का मुख्य वजह | 2023 Cricket World Cup:
टीम इंडिया वर्ल्ड कप की मेजबानी कर रहा है। भारत अभी वनडे समेत तीनों फॉर्मेट में नंबर 1 पर है। भारत ने 2011 में आखिरी बार वर्ल्ड कप जीता, तब भी टूर्नामेंट की मेजबानी भारत कर रहा था। एशियन कंडीशन में वर्ल्ड कप जितनी बार भी हुआ टीम इंडिया ने सेमीफाइनल के लिए हर बार क्वालिफाई किया ही है। भारत ने हाल ही में एशिया कप भी जीता। एशिया कप भी एशियन कंडीशन में होता है जिसमें खेलने में भारत को महारत हासिल है।
India
1.वनडे रैंकिंग की नंबर-1 टीम ने पिछले 5 में से 4 बार खिताब अपने नाम किया.
भारतीय टीम वनडे की नंबर 1 रैंकिंग पर है और टॉप रैंक के साथ टूर्नामेंट खेलने उतरेगी। विश्वकप में ICC रैंकिंग की नंबर-1 टीमें हमेशा अच्छा खेलती हैं और पिछले 5 में से 4 बार खिताब भी जीता है।
1992 के बाद 7 बार वर्ल्ड कप हुआ है जिसमें से 6 बार नंबर 1 रैंक की टीम हीं फाइनल में पहुंची और 4 बार टीमों ने फाइनल भी जीता। 1996, 1999 और 2011 में नंबर 1 रैंक की टीमें उप विजेता रही। 2011 में भारत नंबर 2 पर रहते हुए खिताब जीता था।
2015 और 2019 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड विश्वकप से पहले वनडे रैंकिंग में नंबर 1 टीम थी और दोनों ने खिताब भी जीता।
2.मेजबान टीमें लगातार 3 बार से विजेता बन रही है.
विश्वकप में 2011 से पहले तक कभी भी मेजबानी करने वाली टीम ने खिताब नहीं जीता था लेकिन 2011 में भारत ने अपनी मेजबानी में फाइनल में श्रीलंका को हराकर खिताब जीता। टीम इंडिया अपनी मेजबानी में वर्ल्ड कप फाइनल जीतने वाली पहली टीम बनी थी। 2011 के बाद से हर बार मेजबानी करने वाले देशों ने ही वर्ल्ड कप की ट्रॉफी उठाई है। 2015 में ऑस्ट्रेलिया नें मेजबानी की और 2019 में इंग्लैंड ने मेजबानी की और दोनों ने खिताब भी जीता। यह भी भारत को विजेता बनने का एक फैक्टर है।
3.भारत में सबसे जयादा मैच जीतती है भारतीय टीम
भारतीय टीम अपने होम ग्राउंड पर किसी भी टीम के मुकाबले सबसे ज्यादा खतरनाक नजर आती है। पिछले 5 साल में भारत ने भारत में 32 मैच खेले हैं जिसमें 69% मैचों में टीम को जीत मिली। इस दौरान टीम ने वर्ल्ड कप खेल रहीं इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका को वनडे सीरीज हराया है।
England
.2019 की विजेता टीम
इंग्लैंड टीम 2019 की विश्वकप विजेता है। इंग्लैंड ने अपनी ही मेजबानी 2019 में लॉर्ड्स स्टेडियम में चैम्पीयन बनी थी। इंग्लैंड ने 2019 से अब तक 52% से ज्यादा मैच जीते हैं। 2019 वर्ल्ड कप के फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच रहे बेन स्टोक्स भी रिटायरमेंट के बाद फिर वापसी कर चुके हैं। 2019 विश्वकप के इंग्लैंड के 8 खिलाड़ी 2023 विश्वकप में टीम का हिस्सा हैं।
2.इंग्लैंड टीम के 11 खिलाडी 20 के बराबर
इंग्लैंड टीम के ज्यादातर खिलाड़ी ऑलराउंडर हैं जो टीम के अटैकिंग अपरोच अपनाने कि आजादी देते हैं। यानी इंग्लैंड टीम में आखिरी तक बल्लेबाजी कर सकते है जो टीम को खुलकर बल्लेबाजी करने की आजादी देते है। 11 खिलाड़ी 20 खिलाड़ियों के बराबर कार्य कर सकते हैं, जो वर्ल्ड कप खेल रही बाकी टीमों के मुकाबले सबसे ज्यादा है।
3.इंग्लैंड का रनरेट सबसे बेहतर 2016 से 4 बार 400 से ज्यादा रन
2016 में अटैकिंग अप्रोच अपनाने के बाद इंग्लैंड का रन रेट विश्व क्रिकेट में सबसे उपर रहा है। टीम ने 6.25 के रन रेट से वनडे क्रिकेट खेला है जो बाकी सभी टीमों से काफी ज्यादा रहा है। बाकी सभी टीमें 6 का रन रेट भी पूरा नहीं कर सकी है। टीम इंडिया दूसरे नंबर पर है जो 5.88 के रन रेट के साथ खेली है।
ऑस्ट्रेलिया:
1.लगातार 28 साल से नॉकआउट मुकाबले तक पहुंच रही टीम
1996 से लगातार ऑस्ट्रेलिया की टीम वनडे वर्ल्ड कप में नॉकआउट स्टेज तक पहुंच रही है। 1996 में टीम फाइनल तक पहुंची थी। 1999, 2003 और 2007 में ऑस्ट्रेलिया ने लगातार 3 बार चैम्पियन बनी थी। 2011 में ऑस्ट्रेलिया क्वार्टर फाइनल तक पहुची थी जहां भारत ने हराया था। 2015 में अपनी मेजबानी में फिर चैंपियन बनी। 2019 वर्ल्ड कप में भी टीम सेमीफाइनल तक गई थी।
2.भारत में खेलने का सबसे ज्यादा अनुभव
विश्व की सभी टीमों के मुकाबले ऑस्ट्रेलिया ने 2019 के बाद भारत में सबसे ज्यादा 14 वनडे मैच खेला है। 7 में टीम को जीत और 7 में ही हार मिली। ऑस्ट्रेलिया का 50% जीत परसेंटेज है जो सबसे ज्यादा है। इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका जैसी बड़ी टीमें भी इस दौरान भारत में 2 मैच भी नहीं जीत सकी हैं।
3.विश्वकप में अभी तक सबसे ज्यादा मैच जीते
वनडे विश्वकप में सबसे ज्यादा मैच जीतने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के ही नाम हीं दर्ज है। टीम ने विश्वकप में सबसे ज्यादा 94 मैच खेले हैं और सबसे ज्यादा 69 में जीत हासिल की है। 73% का जीत परसेंटेज किसी भी टीम का वर्ल्ड कप में बेस्ट प्रदर्शन है।