द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल ( The diary of west Bengal) मूवी का ट्रेलर रिलीज़ होते ही विवादों के घेरे में यह मूवी आ गई है। जितेंद्र नारायण द्वारा इस मूवी को डायरेक्ट किया गया है। इस मूवी के ट्रेलर के आते ही कोलकाता पुलिस ने डायरेक्टर जितेंद्र नारायण को 41A के तहत लीगल नोटिस भेजा है।इस फिल्म का पहला ट्रेलर लखनऊ में रिलीज़ हुआ था। बताया जा रहा है की यह फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है। फिल्म के डायरेक्टर का भी यही कहना है, परंतु फिर भी यह मूवी विवादों के घेरे में चल रही है।
“आखिरकार क्या है मूवी The Diary of West Bengal में”?
विवादों से घिरी इस मूवी में दिखाया गया है की बंगाल में बांग्लादेश से आए रोहिंग्या मुसलमानो को को शरण दी जाती है। बंगाल में आकर इन रोहिंग्या मुसलमानो के आधार कार्ड एवम वोटर आईडी कार्ड बनवाए जाते हैं और इस सब का फायदा इलेक्शन के समय उठाया जाता है। इस वजह से पश्चिम बंगाल खास तौर पर बांग्लादेश बॉर्डर पर सटे कुछ इलाकों में एक बहुत बड़ी संख्या में रोहेंग्य मुसलमानों की आबादी बस्ती जा रही है। रोहिंग्या मुसलमान धीरे -धीरे आईडी बना कर पूरे देश में फैलते जा रहे हैं। इसी के चलते बंगाल में हिंदुओं पर बहुत जुल्म किए जा रहे हैं और साथ ही उन्हें घर छोड़ने पर मजबूर भी किया जा रहा है।
“फिल्म The diary of west Bengal को लेकर लोगों के रिएक्शन”
कई लोगों का मानना है की जो भी ट्रेलर में दिखाया गया है वो सब सच है,हालांकि कई लोग इसके खिलाफ भी हैं। फिल्म के ट्रेलर के नीचे लोगों के कई सारे कॉमेंट्स भी आए हैं जिसमे यह साफ दिख रहा है की जोभी ट्रेलर में दिखाया जा रहा है वह सब सच है। यूजर्स लिखते हैं की हम बंगाल से हैं और ये सब यहां पर हो रहा है हम सब इस मूवी की सराहना करते हैं। हिंदू तो हिंदू पर मुस्लिम यूजर्स ने भी लिखा है की यह सब सच्चाई है वेस्ट बंगाल की।