Hindi Moral Stories
एक जंगल था जो कि बहुत बड़ा था। जंगल शहर के बहुत ही पास में था। जंगल में बहुत से जंगली जानवर रहते थे। उसी जंगल में एक बिल में चूहा भी रहता था। एक दिन की बात है जब चूहा बिल में आराम कर रहा था कि तभी अचानक उसे बाहर से बहुत अजीब आवाज आने लगी। चूहे ने सोचा बाहर जाकर के देखता हूं की आखिरकार बाहर किस चीज का शोर हो रहा है। चूहा बिल से बाहर निकला और उसने देखा कि एक जंगली भैंस बहुत तेजी से कहीं भागी जा रही है। चूहे ने सोचा कोई जंगली जानवर शायद इसको खाने के लिए इसके पीछे पड़ा होगा तभी यह इतनी तेज भाग रही है परंतु जब चूहे ने उसके पीछे देखा तो कोई भी जानवर नही आ रहा था। फिर चूहे ने सोचा की शायद एक बड़ा तूफान आ रहा होगा जिस से बचने के लिए यह भाग रही है। चूहा भी अपनी जान बचाने के लिए उसके पीछे पीछे भागने लगा।बहुत दूर तक भागने के बाद जब चूहे को लगा की हमारे पीछे न कोई जानवर है और न ही तूफान तो उसने भैंस से हिचकिचाते हुए पूछ ही लिया कि भैंस बहन तुम इतनी तेजी से कहां भागी जा रही हो तुम्हारे पीछे तो कोई भी नही आ रहा है।
जंगल में पुलिस आ रही है
भैंस ने घबराए हुए कहा भाई मैने अभी अभी जंगल में पुलिस को आते देखा है। चूहा इस से कुछ समझा नही और उसने फिर पूछा कि पुलिस ही तो आई है इस से तुम घबरा कर क्यों भाग रही हो?भैंस ने कहा भाई अभी कुछ दिन पहले की ही बात है कि एक हाथी शहर में चला गया था वह इधर उधर घूमता रहा। घूमते घूमते उसे जोरों की भूख लग गई। उसने एक केले वाले की दुकान देखी और केला खाने के लिए आगे बढ़ा तभी दुकानदार ने उसे अपनी तरफ आते देखा तो उसने 2 4 लोगों को इकठ्ठा किया और हाथ में बड़े बड़े डंडे लिए और हाथी को मारना शुरू कर दिया। हाथी पहले ही भूखा था और मारने के बाद उसे बहुत ज्यादा गुस्सा आ गया। उसने आस पास की सभी दुकानों को तोड़ दिया और कई गाड़ियों को भी तोड़ा।
सभी लोगों को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ और हाथी राजा वहां से वापिस जंगल में आ गए। अब पुलिस उसी हाथी को पकड़ने के लिए यहां आई है।चूहे ने हाथी के लिए अफसोस जताया और कहा की बहन ये सब तो ठीक है पर वो तो उस हाथी को पकड़ने के लिए आए हैं जिसने आतंक मचाया था परंतु, तुम तो एक भैंस हो फिर तुम क्यू और कहां भाग रही हो।भैंस ने चूहे को उत्तर दिया की भाई तुम तो हमेशा अपने बिल में घुसे रहते हो तुम्हे इस दुनिया का कुछ पता भी है या इस देश के सिस्टम के बारे में कुछ पता है कि शहर में क्या क्या होता है। तुम कभी गए भी हो शहर में? चूहे ने कहा नही बहन मैं तो कभी नही गया पर तुम बताओ की क्या होता है वहां?
“भैंस ने बताया कि अगर अभी पुलिस को मेरे पर जरा भी शक हो गया न तो वह मुझे यहां से पकड़ कर ले जायेगी और भाई यह भारत है अगर यहां पकड़े गए तो 15, 20 साल तो यही साबित करने में लग जायेंगे की मैं हाथी नही भैंस हूं।चूहा भैंस की बात सुनकर हंसने लगा कि यह देश ऐसा भी है।”
अब चूहा और भैंस भागते भागते बहुत दूर आ गए थे और बहुत ज्यादा थक गए थे। दोनो ने सोचा थोड़ा आराम कर लेते हैं, वह दोनो एक पेड़ के नीचे आराम करने के लिए बैठ गए।चूहे ने कहा बहन ये जो इंसान है न वह बहुत ज्यादा मतलबी है। भगवान ने अगर उन्हें बनाया है तो हमें भी तो बनाया है न तो यह इंसान खुद को इतना बड़ा क्यों समझता है। अब तुम ही बताओ बहन पहले जंगल कितने घने होते थे। सभी जानवर जंगल में ही रहते थे और तब जंगल में सभी के लिए सभी चीजों की पूर्ति थी परंतु अब इन इंसानों ने अपने मतलब के लिए जंगलों को काटना शुरू कर दिया है।कभी इन्हे घर बनाने के लिए लकड़ी चाहिए तो कभी इन्हे सड़क चाहिए, कभी इन्हे जगह चाहिए तो कभी अन्य चीजें चाहिए। अपने मतलब के लिए सारे जंगल काट दिए हैं। अब हम जानवर कहां जायेंगे और क्या खायेंगे। हम शहर की तरफ ही तो जायेंगे। पर इंसान को तो यह भी मंजूर नही है, आखिर हम करें तो क्या करें? भैंस ने कहा सही कह रहे हो भाई आप। दोनो काफी निराश थे और थके हुए भी थे तो पेड़ के छांव में सो गए।
जंगल जानवरों का घर है, जानवरों के घर को नष्ट करना बंद करें। वे हमारे घर में प्रवेश नहीं कर रहे हैं, हम उनकी मातृभूमि में प्रवेश कर रहे हैं। अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक पेड़ उगाएं और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें।
“The eyes do not see what the mind does not want.”
“आँखें वह नहीं देखती जो मन नहीं चाहता।”
@divyasundriyal