Shangri La Valley: भारत चीन नेपाल और भूटान की सीमा से लगा हुआ हिमालय पर्वत कोई साधारण पर्वत नहीं है बल्कि रहस्यों का एक ऐसा भंडार है जिसे साथ कभी भी खाली नहीं किया जा सकता है। अपनी सुंदरता से हर किसी को अपनी और आकर्षित करने वाले हिमालय पर्वत पर वैसे तो कई जगह है जहां लोग घूमने जाते हैं लेकिन वहां कुछ ऐसी भी जगह है जो सदियों से रहस्यमई बनी हुई हैं। इन्हीं में शामिल है Shangri La Valley.
शांगरी-ला घाटी (Shangri La Valley) एक ऐसी जगह है जिसको लेकर माना जाता है कि यहां जाने वाला कभी वापस नहीं आता, इसीलिए इसे दूसरे दुनिया का भी दर्जा दिया गया है। शांगरी-ला घाटी को लेकर कहा जाता है कि शायद इसका जुड़ाव पृथ्वी से बाहर ब्रह्मांड में कहीं है। तो आईए आज इस घाटी के रहस्य के बारे में जानने की कोशिश करते हैं।
कहां है शांगरी-ला घाटी (Shangri La Valley)?
Shangri La Valley: शांगरी-ला घाटी कहां है इस बारे में तो हर कोई जानना चाहता है लेकिन जानकारी के लिए आपको बता दें कि आज तक कोई भी शांगरी-ला घाटी की सटीक लोकेशन का पता नहीं लगा पाया है।
वैसे यह रहस्यमई घाटी तिब्बत और भारत के अरुणाचल के बीचो बीच ही कहीं मौजूद है, लेकिन आज तक इसे खोजा नहीं जा सका है। दरअसल अरुणाचल और तिब्बत की सीमा पर जो पहाड़ियां या घाटी हैं वहीं कहीं शांगरीला घाटी भी है, कहा जाता है कि चीनी सेना ने इस घाटी को खोजने की लिए काफी प्रयास किये, लेकिन उसे आज तक इसका सही लोकेशन नहीं पता चल पाया है। इसके साथ ही कई विदेशियों ने भी इस घाटी की लोकेशन खोजने के प्रयास किए, लेकिन आज तक कोई सफल नहीं हुआ, बल्कि कई लोग इसे ढूंढते-ढूंढते गायब जरूर हुए हैं।
क्या है शांगरी-ला घाटी (Shangri La Valley) का रहस्य
विद्वानों की माने तो शांगरी-ला घाटी (Shangri La Valley) वायुमंडल के चौथे आयाम से प्रभावित होने के कारण रहस्यमय बनी हुई है, वहीं बहुत से विद्वानों का यह भी कहना है कि इस घाटी का संपर्क पृथ्वी से बाहर अंतरिक्ष में किसी दूसरी दुनिया से भी है। इस घाटी के रहस्य के बारे में और ज्यादा जानने के लिए आप काल विज्ञान नाम के एक प्रसिद्ध किताब को पढ़ सकते हैं।
तिब्बती भाषा कि इस किताब में इस जगह का जिक्र किया गया है, किताब के अनुसार तीन आयाम वाली इस दुनिया में हर एक वस्तु समय और नियति में बंधी हुई है, यानी हर वस्तु निश्चित स्थान, समय और नियमों के हिसाब से चलती है लेकिन शांगरी-ला घाटी में समय ना के बराबर है, इस घाटी में समय का कोई असर नहीं दिखाई देता है, आसान शब्दों में आपको समझाने की कोशिश करें तो घाटी में बिताया एक पल बाहरी दुनिया के सैकड़ों साल बराबर हो सकता है।
विद्वानों का मानना है कि इस घाटी में अगर कोई वस्तु या प्राणी चला जाए तो इस दुनिया से उसका अस्तित्व खत्म हो जाता है, आसान शब्दों में समझाएं तो जब वह वहां से वापस आएगा तो जहां ना जाने कितनी सदियां बीत गई होंगी और इसका अस्तित्व शांगरी-ला घाटी में बना रहेगा, वही यह भी निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता कि उसका अस्तित्व बाहरी दुनिया में फिर से प्रकट होगा नहीं। क्योंकि वह जब वहां से वापस आएगा तो धरती पर न जाने कितने वर्ष बीत गए होंगे।
शांगरी-ला घाटी (Shangri La Valley) में जाने के बाद किसी व्यक्ति की आयु बहुत ही धीमी गति से बढ़ती है, वहां जाने के बाद कोई भी व्यक्ति सदियों तक वैसे का वैसा ही रहेगा जैसा वो यहां से गया था। शांगरी-ला घाटी सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया का आध्यात्मिक क्षेत्र है, इतना ही नहीं बल्कि आम इंसान की दृष्टि से इसे देखा भी नहीं जा सकता।
ऐसा भी माना जाता है कि जब तक वहां रहने वाले सिद्ध ना चाहे तब तक उसमें कोई प्रवेश भी नहीं कर सकता है। यही वजह है कि चीनी सेना और अन्य देश के लोग इसे खोजते-खोजते थक गए लेकिन आज तक यह किसी को नहीं मिली। जो लोग इस घाटी से वंचित हैं उनका मानना है कि शंकराचार्य और श्यामा चंद लखेडी के गुरु अवतारी बाबा आज भी इस घाटी के किसी आश्रम में निवास कर रहे है।
यहां पर ज्ञानगंज मठ, सिद्ध विज्ञान आश्रम और योग सिद्ध आश्रम तीन साधना के केंद प्रसिद्ध है। विद्वानों के मुताबिक इस घाटी में ना तो सूरज की किरण पहुंचती है और ना ही चंद्रमा की रोशनी। समय-समय पर कई साइंटिस्टो, खोजकरताओ और सैनिकों ने और महान लेखकों ने इस जगह के बारे में खुलासा किया है कि यह एक ऐसी दुनिया है जो रहस्य और जादू से भरपूर है।
लेकिन बौद्धों के धर्मगुरु दलाई लामा ने इस घाटी के बारे में कहा था कि ऐसी कोई जगह नहीं है जो किसी को दिखाई ना दे लेकिन बहुत से विद्वानों का मानना है कि वाकई में ऐसी जगह है और यह हिमालय के पहाड़ों में छुपी हुई है। माना जाता है कि जब साधु हिमालय पर तपस्या करने जाते थे तो वह इसी घाटी में जाकर भगवान की तपस्या में लीन होते थे और यहां उनकी और पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता था।
इस झील के पास है शांगरी-ला घाटी (Shangri La Valley)
कहा जाता है कि रहस्यमयी शांगरी-ला घाटी शांगरी-ला झील के पास कहीं है और यह करीब 1.5 किलोमीटर चौड़ी है, हालांकि हालांकि सही मायने में इसकी चौड़ाई का पता नहीं चल पाया है। इस इलाके के पास सदियों से तंगसा ट्राइब्स नाम की जाती रहती है, इस ट्राइब के लोगों का मानना है कि शांगरी-ला झील के आस पास से हमेशा रात में तरह-तरह की अजीबोगरीब आवाजें आती हैं।
शांगरी-ला घाटी कहाँ है?
शांगरी-ला घाटी तिब्बत और अरुणाचल प्रदेश के बीच हिमालय पर्वतों की बीच में कहीं छपी हुई है।
शांगरी का क्या अर्थ है?
शांगरी का अर्थ है- धरती पर कोई ऐसी काल्पनिक जगहहो, जिसे लोग सदियों से तलाश रहे हो, लेकिन वह किसी को ना मिली हो।
क्या शांगरी-ला घाटी में लोग जा सकते हैं?
नहीं, शांगरी-ला घाटी में कोई नहीं जा सकता क्योंकि ये किसी को नहीं पता कि यह घाटी कहां पर है और जो गलती से भी इसमें चला जाता है वह कभी वहां से वापस नहीं आ पाता।
निष्कर्ष
शांगरी-ला घाटी (Shangri La Valley) एक ऐसी रहस्यमई जगह है, जिसकी खोज आज तक कोई नहीं कर पाया है। उम्मीद करते हैं आपको Shangri La Valley के बारे में सभी हर एक जानकारी मिली होगी और आप जान गए होंगे कि शांगरी-ला घाटी का क्या रहस्य है। अगर आप हमारे द्वारा दिए गए जानकारी से संतुष्ट है तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं, साथ ही हमारी इस पोस्ट को जरुर शेयर करें
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